
Shambhu Border stolen tractors recovered
Shambhu Border stolen tractors recovered(crime awaz india): 20 नवंबर, 2025 पंजाब के पटियाला में एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां नाभा (Nabha) नगर परिषद के ईओ (EO) के सरकारी आवास से किसानों का चोरी हुआ सामान बरामद हुआ है। सीआईए (CIA) की टीम ने किसानों के भारी विरोध के बाद जब वहां जेसीबी (JCB) मशीन से खुदाई करवाई, तो जमीन के नीचे दबे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के हिस्से बाहर निकल आए। आरोप है कि यह वही सामान है जो 8 महीने पहले किसान आंदोलन के दौरान शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) से चोरी किया गया था।
किसान पिछले दो दिनों से धरने पर डटे हुए थे
किसान पिछले 2 दिनों से ईओ (EO) गुरचरण सिंह गिल के घर के बाहर धरना दे रहे थे। उनका दावा था कि उनकी ट्रॉलियों का सामान इस सरकारी आवास के अंदर जमीन में दबाकर नष्ट करने की नीयत से छिपाया गया है।
किसानों के गुस्से को देखते हुए प्रशासन को झुकना पड़ा और नायब तहसीलदार की मौजूदगी में खुदाई का फैसला लिया गया। जैसे ही कच्ची मिट्टी हटाई गई, ट्रॉलियों का सामान निकलने लगा।
AAP नेता पंकज पप्पू से संभावित संबंधों का खुलासा
इस मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता पंकज पप्पू का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। जांच में पता चला है कि जिस सरकारी आवास से सामान मिला, वह ईओ (EO) गुरचरण सिंह का है, लेकिन वे अपने गांव में रहते थे।
इस घर का इस्तेमाल AAP नेता पंकज पप्पू सफाई कर्मचारियों का काम चलाने के लिए करते थे, जिसकी पुष्टि खुद अधिकारी ने की है। किसानों का आरोप है कि यह चोरी पप्पू के कहने पर ही अधिकारियों ने की थी।
चोरी की वारदात को हुए करीब 8 महीने बीत चुके हैं
भारतीय किसान यूनियन आजाद (BKU Azad) के अध्यक्ष गमदूर सिंह ने बताया कि 8 महीने पहले जब पुलिस (Police) ने शंभू और खनौरी बॉर्डर से किसानों को हटाया था, तब यह सामान गायब हुआ था। इससे पहले घनौर (Ghanaur) हलके से भी चोरी हुई ट्रॉलियां बरामद की गई थीं। पुलिस ने इस मामले में पहले ही पंकज पप्पू के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिन्हें बाद में जमानत मिल गई थी। किसान अब असली दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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