
Punjab Haryana teacher transfer controversy
Punjab Haryana teacher transfer controversy(crime awaz india)10 नवंबर, 2025 : चंडीगढ़ (Chandigarh) शिक्षा विभाग की दो महिला टीचरों (प्रतिभा और मेधावी) ने एक नया वीडियो जारी किया है। इस वीडियो के तहत उनके द्वारा कहा जा रहा है कि वो अपने प्रिंसिपल (राजबाला) और एक TGT टीचर (रणबीर कुमार) पर लगे जातिगत उत्पीड़न (caste-based harassment) के आरोपों पर हुई ‘ट्रांसफर’ (transfer) की कार्रवाई से नाखुश हैं। उन्होंने इसे “सजा नहीं” बताते हुए, न्याय के लिए अब PM (प्रधानमंत्री) और राष्ट्रपति (President) से सीधी अपील की है।

शिक्षकाओं की पीड़ा: साड़ी-सूट भी नहीं रोक पाया अपमान
4 मिनट 35 सेकंड के इस नए वीडियो में, टीचरों ने प्रशासक (Administrator) द्वारा हाल ही में लागू की गई ‘यूनिफॉर्म पॉलिसी’ (Uniform Policy) पर भी तंज कसा।
उन्होंने कहा, “सरकारी यूनिफॉर्म ‘साड़ी-सूट’ (Saree-Suit) हमारे मान-सम्मान, इज्जत को बचाने में नाकाम रही है।” उन्होंने कहा कि यह सिस्टम जातिगत उत्पीड़न को रोकने में पूरी तरह विफल रहा है।
ट्रांसफर सजा नहीं, तुरंत वापस भेजो”: शिक्षकों ने उठाया आवाज़
टीचरों ने साफ कहा कि आरोपियों का सिर्फ “ट्रांसफर” (transfer) सजा नहीं है। उन्होंने मांग की कि दोनों आरोपियों (जो पंजाब और हरियाणा से डेपुटेशन पर हैं) को तुरंत उनके मूल राज्य में वापस भेजा जाए।
“चंडीगढ़ के लोग ‘लावारिस’, 10 दिन बाद भी FIR नहीं”
उन्होंने आरोप लगाया कि वे इस शिकायत को लेकर गवर्नर (Governor) से लेकर पुलिस थाने (Police Station) तक हर दरवाजे पर गईं, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी FIR आज तक दर्ज नहीं हुई है।
वीडियो में, उन्होंने प्रधानमंत्री (PM) और राष्ट्रपति (President) से संज्ञान (intervene) लेने की अपील करते हुए कहा कि “चंडीगढ़ के लोग आज ‘लावारिस’ हो चुके हैं।”
अनशन’ की दी चेतावनी
दोनों टीचरों ने स्पष्ट कहा है कि यदि उन्हें इंसाफ नहीं मिलता है, तो अब संघर्ष ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने चेतावनी दी कि वे अनशन (hunger strike), आंदोलन (agitation) और धरने तक जाने को तैयार हैं।
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